गुजरात स्थापना दिवस हर साल 1 मई को बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया जाता है। यह दिन 1960 में गुजरात राज्य के गठन की स्मृति में मनाया जाता है, जब बॉम्बे राज्य को भाषाई आधार पर विभाजित कर दो नए राज्य—गुजरात और महाराष्ट्र—बनाए गए।
गुजरात राज्य की स्थापना का इतिहास
भारत के स्वतंत्र होने के बाद, देश में विभिन्न भाषाई समूहों के आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की माँग उठने लगी।
1956 में States Reorganisation Act के तहत राज्यों को भाषाई आधार पर पुनर्गठित किया गया।
उस समय बॉम्बे राज्य में मराठी और गुजराती भाषी दोनों समुदाय शामिल थे।
लेकिन दोनों समुदायों की सांस्कृतिक और भाषाई पहचान अलग थी। इसी कारण महागुजरात आंदोलन शुरू हुआ, जिसमें गुजराती भाषी जनता ने स्वतंत्र गुजरात राज्य की माँग की।
इस आंदोलन के फलस्वरूप, 1 मई 1960 को बॉम्बे राज्य को विभाजित करके गुजरात और महाराष्ट्र नामक दो नए राज्यों की स्थापना की गई।
इस प्रकार, 1 मई को ‘गुजरात दिवस’ के रूप में मनाया जाने लगा।
गुजरात का भूगोल
गुजरात भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है।
इसकी सीमा उत्तर में राजस्थान, पूर्व में मध्य प्रदेश, दक्षिण में महाराष्ट्र, और पश्चिम में अरब सागर तथा पाकिस्तान से लगती है।
राज्य का क्षेत्रफल लगभग 196,000 वर्ग किलोमीटर है।
गुजरात का समुद्री तट लगभग 1,600 किमी लंबा है, जो भारत के किसी भी राज्य से अधिक है।
प्रमुख शहर
- अहमदाबाद – आर्थिक राजधानी और औद्योगिक केंद्र।
- गांधीनगर – गुजरात की प्रशासनिक राजधानी।
- वडोदरा, राजकोट, सूरत, भावनगर, जामनगर – अन्य प्रमुख नगर।
जनसंख्या और भाषा
- गुजरात की जनसंख्या लगभग 6.7 करोड़ (2021 अनुमान) है।
- यहाँ की प्रमुख भाषा गुजराती है, जिसे राजकीय भाषा का दर्जा प्राप्त है।
- अन्य भाषाएँ: हिंदी, कच्छी, उर्दू, सिंधी।
- राज्य में मुख्यतः हिंदू, मुस्लिम, जैन और पारसी धर्मों के लोग रहते हैं।
राजनीतिक व्यवस्था
गुजरात में एकसदनीय विधानसभा है जिसमें 182 सीटें हैं।
राज्यपाल यहाँ का संवैधानिक प्रमुख होता है, जबकि मुख्यमंत्री कार्यपालिका का प्रमुख होता है।
गुजरात में कई वर्षों से राजनीतिक स्थिरता बनी हुई है, और यह भारत के प्रमुख विकासशील राज्यों में से एक माना जाता है।
आर्थिक विकास
- गुजरात भारत के औद्योगिक और व्यापारिक रूप से अग्रणी राज्यों में से एक है।
- यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं: केमिकल्स, पेट्रोकेमिकल्स, कपड़ा, हीरा प्रसंस्करण, फार्मास्यूटिकल्स, सीमेंट, ऑटोमोबाइल और बंदरगाह व्यापार।
- कांडला, मुंद्रा, पिपावाव जैसे बड़े बंदरगाह गुजरात में स्थित हैं।
- धोलेरा स्मार्ट सिटी, गिफ्ट सिटी जैसे परियोजनाएं गुजरात के विकास में मील का पत्थर हैं।
कृषि
- प्रमुख फसलें: कपास, मूंगफली, गेहूं, बाजरा, ज्वार, चावल और तिलहन।
- गुजरात दुग्ध उत्पादन में भी अग्रणी है; अमूल ब्रांड का मुख्यालय आनंद में स्थित है।
संस्कृति और विरासत
- गुजरात की संस्कृति अत्यंत समृद्ध और विविध है।
- गरबा और डांडिया यहाँ के प्रमुख लोकनृत्य हैं, जो विशेष रूप से नवरात्रि में लोकप्रिय हैं।
- पतंग महोत्सव (उत्तरायण), रण उत्सव (कच्छ का), जनमाष्टमी, दीवाली, होली आदि त्योहार भव्य रूप में मनाए जाते हैं।
- प्रसिद्ध हस्तशिल्प: पाटन की पटोला साड़ी, कच्छी कढ़ाई, बांधनी वस्त्र, टरकशी (धातु पर नक्काशी)।
शिक्षा और संस्थान
- प्रमुख विश्वविद्यालय और संस्थान:
- IIT गांधीनगर
- IIM अहमदाबाद
- एनआईडी (National Institute of Design)
- CEPT यूनिवर्सिटी
- गुजरात की साक्षरता दर लगभग 82% है।
प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन
- गिर वन्यजीव अभयारण्य – एशियाई शेरों का एकमात्र निवास।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (सरदार पटेल की प्रतिमा) – दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति (182 मीटर), नर्मदा जिले में स्थित।
- गिरनार पर्वत, सोमनाथ मंदिर, द्वारका, कच्छ का रण, साबरमती आश्रम – प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
गुजरात स्थापना दिवस का उत्सव
राज्यभर में सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों, शैक्षणिक संस्थानों और सांस्कृतिक संगठनों द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
गांधीनगर में राज्य स्तरीय परेड और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होती हैं।
इस दिन गुजराती संस्कृति, संगीत, लोकनृत्य और सामाजिक सेवा की झलक देखने को मिलती है।
निष्कर्ष
गुजरात दिवस न केवल राज्य के गठन की याद दिलाता है, बल्कि यह दिन गुजरातियों की एकता, सांस्कृतिक विरासत, भाषाई गौरव और औद्योगिक विकास को भी सम्मानित करता है।
1 मई को मनाया जाने वाला यह दिन हर गुजराती को उसकी पहचान, संघर्ष और उपलब्धियों की याद दिलाता है, और भावी पीढ़ियों को प्रेरणा देने का कार्य करता है।