हर साल 1 अगस्त को साहसिक गतिविधियों से जुड़े लोग और प्रकृति प्रेमी राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस यानी राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस मनाते हैं। यह दिन उन पर्वतारोहियों को समर्पित है जो ऊँचाइयों को चुनौती देते हैं और इस साहसिक कार्य से दूसरों को प्रेरित करते हैं।
राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस कब मनाया जाता है?
तारीख: शुक्रवार, 1 अगस्त 2025
यह दिन हर साल 1 अगस्त को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 2015 में बॉबी मैथ्यूज और जॉश मैडिगन द्वारा एडिरोंडैक पर्वत श्रृंखला की 46 ऊँचाइयों को सफलतापूर्वक फतह करने की उपलब्धि के सम्मान में हुई थी।
इस दिन का इतिहास
बॉबी मैथ्यूज और जॉश मैडिगन ने 1 अगस्त 2015 को न्यूयॉर्क की एडिरोंडैक रेंज की सभी 46 चोटियों को फतह किया था। यह एक प्रेरणादायक उपलब्धि थी जिसने दुनियाभर के पर्वतारोहियों को नई ऊर्जा दी।
इसी याद को संजोते हुए राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस को पर्वतारोहण की भावना, हिम्मत और समर्पण के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
इस दिन का महत्व
यह दिन सिर्फ चढ़ाई के बारे में नहीं है, बल्कि यह है:
- हिम्मत और सहनशीलता का जश्न
- प्राकृतिक संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने का अवसर
- नए पर्वतारोहियों को प्रेरणा देने का माध्यम
- साहसिक समुदायों को एकजुट करने का मौका
इस दिन को कैसे मनाएं?
- छोटी ट्रेक या पर्वतारोहण करें: अपने क्षेत्र में किसी पहाड़ी या ट्रेकिंग ट्रेल पर जाएं।
- महान पर्वतारोहियों के बारे में पढ़ें: तेनजिंग नोर्गे, अरुणिमा सिन्हा, और रेनहोल्ड मेस्नर जैसे महान पर्वतारोहियों की कहानियाँ पढ़ें।
- पर्वतारोहण क्लब से जुड़ें: स्थानीय क्लबों के साथ जुड़ें और गाइडेड ट्रेक्स में भाग लें।
- पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दें: क्लीन ट्रेकिंग अभियान और पहाड़ियों की सफाई जैसे कार्यों में भाग लें।
- अपनी कहानियाँ साझा करें: सोशल मीडिया पर अपनी ट्रेकिंग या पर्वतारोहण की कहानियाँ साझा करें।
मज़ेदार तथ्य
- माउंट एवरेस्ट दुनिया की सबसे ऊँची चोटी है – 8,848.86 मीटर।
- हिमालय दुनिया की 14 सबसे ऊँची चोटियों में से 10 का घर है।
- स्पोर्ट क्लाइम्बिंग को ओलंपिक में शामिल किया गया है।
पहाड़ों का पर्यावरणीय महत्व
- 50% से अधिक लोगों को पानी पहाड़ों से मिलता है।
- ये जलवायु नियंत्रण में मदद करते हैं और जैव विविधता के लिए जरूरी हैं।
- इन पर कई आदिवासी समुदायों और धार्मिक स्थलों का बसेरा है।
सुरक्षा सुझाव
- सही गियर और कपड़े पहनें
- पहले से रिसर्च करें और मौसम की जानकारी लें
- अपने प्लान की जानकारी किसी को दें
- फर्स्ट-एड किट, खाना-पानी, और नेविगेशन टूल्स जरूर लें
भारत के प्रसिद्ध पर्वतारोही
- बछेंद्री पाल – माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला
- अरुणिमा सिन्हा – कृत्रिम अंग के साथ माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली महिला
- कर्नल रणवीर जमवाल – माउंट एवरेस्ट को तीन बार फतह कर चुके हैं
- प्रेमलता अग्रवाल – सेवन समिट्स पूरी करने वाली पहली भारतीय महिला
निष्कर्ष
राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस 2025 हमें साहस, समर्पण और प्रकृति से जुड़ाव का संदेश देता है। यह दिन हमें प्रेरणा देता है कि ऊँचाइयों तक पहुंचने का सफर आत्मविश्वास और मेहनत से भरा होता है।